सुरियावां। वाराणसी से चलकर मुंबई तक जाने वाली डाउन कामायनी एक्सप्रेस का सुरियावां स्टेशन पर स्टॉपेज की मांग जोर पकड़ने लगी है। बृहस्पतिवार को व्यापारियों ने स्टेशन अधीक्षक को ज्ञापन सौंपकर उत्तर रेलवे के लखनऊ मंडल प्रशासन से कामायनी एक्सप्रेस का ठहराव स्टेशन पर कराने की मांग की। चेतावनी दी कि यदि ट्रेन का ठहराव नहीं हुआ तो व्यापारी आंदोलन करने के लिए बाध्य होंगे।विज्ञापननगर उद्योग व्यापार मंडल के बैनर तले लामबंद व्यापारियों ने कहा कि कोरोना संक्रमण के नाम पर पैसेंजर ट्रेनों का संचालन पूरी तरह बंद कर दिया गया है। इसके कारण क्षेत्र और पड़ोसी जनपद जौनपुर के यात्रियों को निजी वाहन चालकों से आर्थिक शोषण का शिकार होना पड़ रहा है। अनलॉक में चल रहीं विशेष ट्रेनों का भी ठहराव नहीं हो रहा है। पूर्व के दिनों में पैसेंजर ट्रेन से यात्री वाराणसी, प्रयागराज, भदोही, फूलपुर, जंघई, लोहता, मंडुआडीह का सफर करते थे। स्टेशन पर किसी भी ट्रेन...
more... का ठहराव न होने से निजी वाहन चालक मनमानी किराया वसूलते हैं, जो भारी पड़ रहा है।कहा कि पूर्व सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त के कार्यकाल में उक्त ट्रेन का ठहराव किया गया था। लेकिन, बाद में उसका संचालन भी ठप कर दिया गया। इसके बाद व्यापारियों ने रेल राज्य मंत्री, चेयरमैन रेलवे बोर्ड, जनरल मैनेजर, डीआरएम उत्तर रेलवे के नाम संबोधित ज्ञापन सुरियावां स्टेेशन अधीक्षक एलबी राम को दिया। ज्ञापन देने वालों में व्यापार मंडल के अध्यक्ष शेषधऱ गुप्ता, मनोज साहू, रमाकांत गुप्ता, डॉ. चंद्रेश मौर्य, मदन जायसवाल, रामेश्वर प्रसाद उमर, छेदीलाल गुप्ता, संतोष जायसवाल आदि रहे। डीसीएम उत्तर रेलवे जयतोष कुमार ने बताया कि वर्ष 2019 में तीन माह के लिए ट्रायल पर डाउन कामायनी एक्सप्रेस का ठहराव किया गया था, जिसका समय समाप्त हो चुका है। विशेष ट्रेनों का ठहराव रेलवे बोर्ड के निर्णय पर ही संभव हो पाता है। इस पर बोर्ड कोई निर्णय लेता है तो उसका पालन कराया जाएगा।