रतलाम. लंबे समय से कोरोना की वजह से बंद रतलाम सहित देशभर की सभी यात्री ट्रेन को चलाने की तैयारी भारतीय रेलवे ने शुरू कर दी है। इसके लिए देश के अलग-अलग मंडल में एक-एक करके यात्री ट्रेन को शुरू किया जा रहा है। सबसे अधिक जरूरी छोटे स्टेशन पर जो यात्री ट्रेन के ठहराव स्पेशल ट्रेन के नाम पर बंद किए गए, वहां को लेकर भी प्लान बन गया है। रेलवे की योजना है कि मार्च तक सभी यात्री ट्रेन को चला दिया जाएगा। 22 मार्च 2020 को रेलवे ने एक एक करके देशभर में चल रही सभी यात्री ट्रेन को बंद कर दिया था। इन ट्रेन को बंद करने की वजह कोरोना के संक्रमण को रोकने की दिशा में उठाया गया कदम बताया था। हालांकि रेलवे ने इस दौरान रतलाम रेल मंडल सहित देशभर में दवाएं, फल, सब्जी आदि की कमी नहीं हो इसके लिए मालगाड़ी का लदान जारी रखा...
more... था। इससे रेलवे को जो टिकट की बिक्री नहीं होने व ट्रेन बंद होने से घाटा हो रहा था, उसकी पूर्ति हो रही थी। अब जबकि कोरोना की वैक्सीन आ गई है व एक एक करके प्राथमिकता के आधार पर इनको लगाया जा रहा हे तो रेलवे ने भी बंद पड़ी यात्री ट्रेन को चलाना शुरू कर दिया है। इसके अलावा जो ट्रेन फिलहाल बंद है उनको चलाने की शुरुआत करने वाले है। ऐसे बन रही है योजनारतलाम, भोपाल, जबलपुर रेल मंडल की बात करें तो करीब तीनों मंडल में मिलाकर करीब 100 से अधिक यात्री ट्रेन बंद है। अब इन ट्रेन को शुरू करने की योजना बन गई है। रेलवे ने इस योजना में अलग-अलग मंडल में बंद पड़ी यात्री ट्रेन को एक एक करके चलाने का प्लान बना लिया है। रतलाम रेल मंडल की बात करें तो इसके अंतर्गत महू डॉ. अंबेडकर नगर से कटरा माता वैष्णोदेवी ट्रेन को 18 फरवरी से चलाने जा रहा है। इसके अलावा प्रयागराज डॉ. अंबेडकर नगर ट्रेन को हाल ही में शुरू किया है। इसी प्रकार से रेलवे ने कोरोना के समय बंद हुई दाहोद हबीबगंज ट्रेन को भी चलाना शुरू कर दिया है। IMAGE CREDIT: patrika आरक्षण वाली ट्रेन चलेगीरेलवे ने सामान्य यात्री वाले डिब्बों को बंद ही रखने का निर्णय लिया है। इसके बजाए रेलवे अब डेमू व मेमू ट्रेन को जब फरवरी माह के अंत में या मार्च माह की शुरुआत में जब चलाएगी तब इनमे भी आरक्षित डिब्बे ही होंगे। इसके अलावा रेल मंडल में उज्जैन फतेहाबाद रेल सेक्शन पर भी रेलवे फरवरी माह के अंत में ट्रेन की शुरुआत फरवरी माह की २७ तारीख तक करने जा रहा है। यहां पर अब तक ट्रेन ट्रैक के निरीक्षण के अभाव में बंद ही है। वरिष्ठ कार्यालय करता निर्णयट्रेन चलाने का निर्णय वरिष्ठ कार्यालय से होता है। जल्दी ही यात्रियों को ट्रेन की सुविधा मिलेगी। जो ट्रेन बंद है, उनको चलाने के बारे में भी निर्णय वरिष्ठ कार्यालय द्वारा लिया जाना है।- जेके जयंत, जनसंपर्क अधिकारी, रतलाम रेल मंडल