जमुई रेलवे स्टेशन पर 100 फीट की ऊंचाई पर लहरा रहा 30 फीट का तिरंगा समय के साथ कमजाेर होकर फट गया। हैरानी की बात यह है कि जीएम के आगमन के दौरान सभी स्टेशनों पर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने वाले अधिकारी की नजर भी इस फटे तिरंगे की ओर नहीं गई। स्टेशन मास्टर अरुण कुमार को सूचना दी गई तो उन्होंने पल्ला झाड़ते हुए आरपीएफ पर जिम्मेवारी सौंप दी। आरपीएफ इंस्पेक्टर भरत प्रसाद ने जिम्मेवारी आईओडब्ल्यू और विद्युत विभाग के जिम्मे होने की बात बताई। भास्कर की टीम ने जब आईओडब्ल्यू ए हेम्ब्रम को जानकारी दी तो उन्होंने कहा कि झंडा फहराने और उसके देखभाल की जिम्मेवारी इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट की है। जब सीनियर सेक्शन इंजीनियर झाझा एमएम जोहा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि जमुई स्टेशन के किसी कर्मी ने इसकी सूचना हमें नहीं दी है। हम इसे दिखवाकर बदलवाते हैं।