पिछले आरक्षण आंदोलन में रेलवे ट्रैकों के रोके जाने के चलते इस बार रेलवे प्रशासन काफी एहतियात बरत रहा है। आंदोलन के दौरान ट्रेन व यात्रियों की सुरक्षा के लिये संवेदनशील इलाकों में रेलवे सुरक्षा बलों की तैनाती की गई है। रेलवे की आरपीएफ व जीआरपी पुलिस की कंपनियों से 64 जवानों को रेलवे की सुरक्षा के लिए लगाया गया है। ये जवान अंबाला व शगूर क्षेत्रों से बुलाए गए हैं। जिन्हें हिसार से जीताखेड़ी तक रेलवे स्टेशन व रेलवे लाइनों की सुरक्षा के लिए लगाया गया है।
अंबाला से पहुुंची सुरक्षा बल की टीम
रेलवे...
more... सुरक्षा बल की 15 नंबर बटालियन से डी कंपनी के 53 जवानों को हिसार बुलाया गया है। इनमें 2 इंस्पेक्टर, 2 सब इंस्पेक्टर व 49 कांस्टेबल हैं। इन सभी जवान हथियारों के साथ नियुक्त किए गए हैं। वहीं जीआरपी की अंबाला से 11 सदस्यीय टीम को भी हिसार बुलाया गया है। इसमें तीन एएसआई व अन्य कांस्टेबल शामिल हैं।
इन इलाकों में की गई नियुक्ति
रेलवे की सुरक्षा के लिए बुलाए गए 53 आरपीएफ के जवानों में से सातरोड क्षेत्र में 10, मय्यड़ में 6, रामायण ट्रैक के पास स्थित 82 नं. फाटक के पास 11, हांसी में 9, जीताखेड़ी में 5 जवानों की तैनाती की गई है। वहीं, अन्य जवानों को रेलवे स्टेशन पर लगाया गया है। इनके साथ जीआरपी की 11 सदस्यीय टीम की नियुक्ति भी आंदोलन के दौरान की गई है। जिन्हें रेलवे स्टेशन के साथ-साथ रेलवे लाइनों पर सुरक्षा के लिए लगाया गया है। इसके पहले ट्रेनों में भी पीआरएफ के चार-चार जवान पहले ही नियुक्त किये जा चुके हैं।