वर्तमान बजट में रेलवे की उपेक्षा, जमालपुर कारखाना को निर्माण का दर्जा देते हुए कार्य भार बढ़ाने, डीजल शेड को इलेक्ट्रिक शेड में बदलने, रेलवे विवि की स्थापना, जमालपुर मॉडल स्टेशन का वाई लेग तक विस्तार, मुख्य रेलवे अस्पताल को एम्स में बदलने, स्थानीय अधिकारियों की अकर्मण्यता सहित अन्य मांगों पर बुधवार को जमालपुर निर्माण कारखाना संघर्ष मोर्चा के सदस्यों ने रेलवे मंत्री एवं स्थानीय रेलवे अधिकारी का पुतला फूंक अपने आक्रोश का इजहार किया।
मोर्चा में शामिल विभिन्न राजनीतिक-सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों ने मोर्चा के संयोजक पूर्व सपा जिलाध्यक्ष पप्पू यादव एवं सहसंयोजक वरिष्ठ जदयू नेता कन्हैया सिंह के संयुक्त नेतृत्व में शहर में आक्रोश प्रदर्शन करते हुए जुबली वेल चौक पहुंच रेल मंत्री व स्थानीय अधिकारियों के पुतले को आग...
more... के हवाले किया।
मोर्चा के संयोजक पूर्व सपा जिलाध्यक्ष पप्पू यादव ने कहा कि बजट ने साबित किया कि नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री कम सपनों के सौदागर ज्यादा है, यह बजट आम आवाम के लिए दिवास्वप्न ही है। वहीं सहसंयोजक जदयू नेता कन्हैया सिंह ने कहा कि मोर्चा का आंदोलन केंद्र सरकार के साथ-साथ यहां के रेलवे अधिकारियों को चेतावनी है यदि जमालपुर कारखाने को बर्बाद करने का प्रयास करेंगे तो मोर्चा किसी भी कीमत पर इसे बर्दाश्त नहीं करेगी।
विपक्ष के कई दलों के नेता रहे मौजूद
राजद के जिला महासचिव गोरेलाल सिंह, रालोसपा के प्रदेश सचिव रवि कांत झा एवं एनसीपी के जिला प्रवक्ता मोहम्मद नौशाद उस्मानी, सीपीआई के संजीवन सिंह ने कहा कि यह जिस तरह से इस बार के आम बजट में समाहित रेल बजट ने जमालपुर वासियों का मनोबल तोड़ने का काम किया इससे ऐसा प्रतीत होता है यहां के स्थानीय अधिकारी नहीं चाहते हैं कि जमालपुर रेल कारखाना डीजल शेड, स्टेशन और मुख्य अस्पताल बचे।
प्रर्दशन मे मनोज कुमार मधुकर, मो० मुख्तार, नजहतउल्हा, रामनाथ राय, मो. आजम नकुल यादव, अमरशक्ति, मनोज क्रांति, कुमार प्रभाकर, सत्जीत पासवान, आशीष कुमार छड्डपपन मंडल सहित काफी संख्या में लोग उपस्थित थे।