अब रेलवे में अफसर बनने के लिए रेल कर्मचारियों को केंद्रीयकृत परीक्षाओं का सामना करना होगा। परीक्षा में एकरूपता और पारदर्शिता लाने के लिए रेलवे बोर्ड ने सेंट्रलाइज एग्जाम लेने की तैयारी शुरू कर दी है। अगले साल से प्रमोशन की सारी परीक्षाओं की बागडोर रेलवे बोर्ड अपने हाथ में ले लेगी। अब जोनल स्तर पर प्रोन्नति की परीक्षाएं नहीं होंगी।फिलहाल ग्रुप सी से ग्रुप बी में प्रमोशन के लिए देश के सभी 18 जोनल रेलवे अपने स्तर पर परीक्षाएं आयोजित करती थीं। इसमें ऑब्जेक्टिव के साथ-साथ सब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाते थे। लेकिन नई व्यवस्था के तहत रेलवे बोर्ड देश में एक साथ ग्रुप सी से ग्रुप बी में प्रमोशन के लिए जो परीक्षा आयोजित करेगी। नई परीक्षा पद्धति के तहत 125 ऑब्जेक्टिव प्रश्न पूछे जाएंगे। इनमें से 100 प्रश्नों का उत्तर देना जरूरी होगा। पहली बार रेलवे की प्रोन्नति परीक्षा में एक तिहाई नेगेटिव मार्किंग की जाएगी। यानी तीन प्रश्न...
more... का उत्तर गलत देने पर एक सही जवाब से मिलने वाला नंबर कट जाएगा। जोनल स्तर पर होने वाली प्रमोशन की परीक्षाएं हमेशा विवादों में रही हैं। अब केंद्रीयकृत परीक्षा होने से इसकी विश्वसनीयता बढ़ेगी।सभी जोनों से मांगे गए हैं प्रश्नपत्र के मॉडलरेलवे बोर्ड ने सभी जोन से पूर्व में ली गई परीक्षाओं के प्रश्नपत्रों के मॉडल मांगा है। सभी जोन से मिलने वाले प्रश्नपत्र के आधार पर क्वेश्चन पेपर तैयार किए जाएंगे। रेलवे बोर्ड प्रश्नों की संख्या में बढ़ोतरी के साथ ही परीक्षा की अवधि भी बढ़ाने पर विचार कर रहा है। परीक्षा से पूर्व मॉडल प्रश्न पत्र और ऑनसरशीट भी जारी किए जाएंगे। बताते चलें कि रेलवे में ग्रुप बी के खाली पदों को विभागीय स्तर पर परीक्षा लेकर भरा जाता है।