बिलासपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। कोरबा-अमृतसर छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस सात महीने बाद मंगलवार को पटरी पर आई। पहले ही अलग-अलग कोच में 322 यात्रियों ने बिलासपुर से यात्रा की। इसमें सर्वाधिक सेकेंड सीटिंग में 153 यात्रियों ने बुकिंग कराई थी।
इस ट्रेन की मांग काफी समय से हो रही थी। लंबी दूरी और अलग- अलग राज्यों से होकर गुजरने वाली इस ट्रेन को रेलवे ने सप्ताह में तीन दिन चलाने का निर्णय लिया है। मंगलवार से इसकी शुरुआत हुई। ट्रेन कोरबा से सुबह 11.35 बजे रवाना हुई और लगभग दो बजे जोनल स्टेशन पहुंची। ट्रेन के पहुंचने से पहले यात्रियों की जोनल स्टेशन में चहल-पहल थी। कोरोना वायरस के कारण 90 मिनट पहले पहुंचने के निर्देश हैं। यात्रियों ने इस नियम का पालन...
more... किया और दोपहर 12 बजे से पहले ही स्टेशन पहुंच गए थे। सभी यात्रियों की गेट क्रमांक तीन में पहले टिकट जांच और उसके बाद थर्मल स्क्रीनिंग हुई। स्टेशन में प्रवेश के बाद टीटीइ और आरपीएफ दोनों इसका ध्यान रख रहे थे कि कहीं भीड़ तो नहीं लग रही है। ट्रेन पहुंचने के बाद यात्रियों को दोनों तरफ के फुट ओवरब्रिज से जाने की सलाह दी गई, ताकि भीड़ न लगे। यात्रियों के बच्चे भी थे। हालांकि नियमानुसार बच्चों को लेकर यात्रा नहीं करने का सुझाव है। लेकिन किसी भी यात्रियों को इसके लिए मनाही नहीं की गई।
करंट बुकिंग के लिए मशक्कत
करंट बुकिंग के लिए यात्री मशक्कत करते नजर आए। लेकिन उनकी बुकिंग नहीं हुई। दरअसल ट्रेन जिस प्रारंभिक स्टेशन से छूटती है और चार्टिंग होती है वहां से ट्रेन छूटने के आधे घंटे पहले तक करंट बुकिंग होती है। छत्तीसगढ़ एक्सप्रेस की चार्टिंग कोरबा स्टेशन से होती है। इसके बाद रायपुर में चार्टिंग होती है। यात्री बिलासपुर से ट्रेन छूटने के आधे घंटे करंट बुकिंग कराने के लिए जद्दोजहद कर रहे थे। यही वजह है कि उन्हें सुविधा नहीं मिल पाई। रेलवे ने यात्रियों को सुझाव दिया कि इस ट्रेन में करंट बुकिंग कोरबा से रवाना होने के आधे घंटे तक मिलेगी। यानी ट्रेन कोरबा 11.35 बजे छूटती है। इसलिए 11 बजे प्रयास करना होगा।