बांदा। लॉकडाउन व कोरोना काल के बाद सूने पड़े रेलवे स्टेशन एक बार फिर गुलजार होंगे। रेलवे ने तुलसी व चित्रकूट एक्सप्रेस को भी संचालन की हरी झंडी दे दी है। 4 व 5 अक्तूबर से दोनों ट्रेने झांसी-इलाहाबाद व कानपुर ट्रैक पर दौड़ेगी। इन्हें विशेष कोविड-19 ट्रेन का नाम दिया गया है। ...
more... कानपुर-चित्रकूट इंटर सिटी व बुंदेलखंड एक्सप्रेस पहले ही चलाई जा चुकी है। रेलवे ने ट्रेनों के गाड़ी नंबर बदल दिए है। हालांकि संचालन की समय सारिणी व स्टापेज पूर्वत रहेगा। गाड़ी नंबर 02129 तुलसी एक्सप्रेस 4 अक्तूबर को लोकमान्य तिलक टर्मिनल (मुंबई) से चलेगी और 5 अक्तूबर को बांदा पहुंचेगी। गाड़ी संख्या 02130 पांच अक्तूबर को प्रयागराज से चलकर बांदा पहुंचेगी। ट्रेन में एसी प्रथम व 3 सामान्य बोगियां भी कम कर दी गई है। ट्रेन में एसी द्वितीय 1, एसी तृतीय 4, स्लीपर 12, सामान्य श्रेणी के 3 बोगी होगी। दूसरी चित्रकूट एक्सप्रेस ट्रेन नंबर 05205 पांच अक्तूबर से लखनऊ से चलकर बांदा आएगी। ट्रेन नंबर 05206 छह अक्तूबर को जबलपुर से चलकर बांदा होते हुए लखनऊ जाएगी। इसमें एसी प्रथम व द्वितीय की एक-एक, तृतीय 2, स्लीपर 6, समान्य 12 समेत कुल 24 बोगियां होगी।
30 मिनट में तुलसी की बुक हो गईं 82 बर्थ
बांदा। छह माह के बाद एक बार फिर देश की व्यावसायिक महानगरी मुंबई के लिए चित्रकूटधाम मंडल से ट्रेन मिलेगी। रेल मंत्रालय ने तुलसी एक्सप्रेस को हरी झंडी दे दी है। यह रविवार (4 अक्तूबर) से चलेगी। स्टापेज और समय पूर्ववत रखा गया है। खास बात यह है कि पहले ही दिन इस ट्रेन की सभी बर्थ/सीट मात्र 30 मिनट में बुक हो गईं। इनमें ज्यादातर प्रवासी मजदूर हैं। यह फिर वापस महानगरों को जा रहे हैं। दो नवंबर तक 101 वेटिंग पहुंच गई।स्टेशन प्रबंधक एसके कुशवाहा ने बताया कि शुक्रवार की सुबह 8 बजे तुलसी एक्सप्रेस में बुकिंग खुलते ही चंद मिनटों में सारी सीटें बुक हो गईं। 50 से 100 तक आरएसी/वेटिंग है। बांदा से एसी द्वितीय, तृतीय सहित स्लीपर में 82 बर्थ का कोटा है। यह सभी बर्थ 2 नवंबर तक के लिए बुक हो चुकी हैं। तुलसी एक्सप्रेस लॉकडाउन के बाद 23 मार्च से बंद चल रही थी। कमोवेश यही स्थिति बुंदेलखंड एक्सप्रेस व चित्रकूट एक्सप्रेस की है। इनमें 10 अक्तूबर तक कोई आरक्षित सीट खाली नहीं हैं। मुंबई के लिए सर्वाधिक रिजर्वेशन हुए है। रिजर्वेशन कराने वाले ज्यादातर मजदूर प्रवासी मजदूर है।