शाहगढ़। सठियांव ब्लाक के कस्बा सराय गांव से होकर गुजरे रेलवे ट्रैक के दोहरीकरण के समय जलनिकासी के लिए बनाया गया नाला बंद कर दिया गया। इससे जहां गांव में बारिश का पानी अभी भी जमा है। खेतों में पानी लग जाने से दर्जनों किसानों की खेती प्रभावित है। गांव वालों का कहना है कि यदि जल्द समस्या से मुक्ति नहीं मिली तो काफी समस्या उत्पन्न हो सकती है। शाहगंज-बलिया रेलवे ट्रैक का दोहरीकरण हो रहा। रेलवे ट्रैक का मानव रहित क्रासिंग गेट नंबर 23 सी और 22 सी सठियांव ब्लाक के कस्बा सराय गांव के पास है। जिस समय यहां ट्रैक बिछाया गया था, उस समय जलनिकासी के लिए नाला का निर्माण किया गया था। इस नाले के जरिए घरों का और बारिश का पानी निकलता था। ट्रैक के दोहरीकरण के समय उक्त नाले में मिट्टी और गिट्टी डालकर पाट दिया गया। ऐसे में कस्बा सराय गांव सहित आसपास के...
more... गांव का पानी नहीं निकल पा रहा। खेतों में बारिश का पानी अभी भी जमा है। जिससे करीब दर्जनों एकड़ से अधिक की खेती प्रभावित है। ग्राम प्रधान इस्माइल फारूकी ने बताया कि यहां नाले का निर्माण कराने के लिए कई बार मंडल रेल प्रबंधक वाराणसी को पत्र भेजा गया, पर अभी तक कोई सुनवाई नहीं हुई। क्षेत्र के किसान रामकेवल, राजकुमार, अशोक, निजामुद्दीन, अकरम, रिजवान, शिवचंद, गुड्डू, शहनवाज, मीना आदि ने बताया कि रेलवे विभाग पाटे हुए नाले को खोले, ताकि खेतों में जमा हुआ पानी बाहर निकल सके। किसान आसानी से खेतीबारी कर सकें। उधर इस बारे में पूछे जाने पर मुख्य परियोजना प्रबंधक रेल विकास संतोष शुक्ल ने कहा कि मामला संज्ञान में है, इसकी जांच कराई जाएगी और जल्द से जल्द इस समस्या का निस्तारण किया जाएगा।