---- रायबरेली-ऊंचाहार और दरियापुर-डलमऊ रेलखंड के ऊर्जीकरण के कार्य को मिली सराहना
रायबरेली : मुख्य रेल संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) ने बुधवार को रायबरेली-ऊंचाहार और दरियापुर-डलमऊ के बीच कराए गए ऊर्जीकरण के कार्य का जायजा लिया। संवेदनशील स्थानों का बारीकी से निरीक्षण करने के लिए ट्रॉली का इस्तेमाल किया। कहीं-कहीं अपनी स्पेशल ट्रेन से ही नजरें दौड़ाईं। फिलहाल इस परियोजना के काम से वे संतुष्ट दिखे। उम्मीद है कि जल्द ही इन रेलखंडों पर बिजली से ट्रेनों के संचालन को हरी झंडी भी मिल जाएगी।
सीआरएस शैलेश पाठक अपनी विशेष ट्रेन से...
more... सुबह करीब साढ़े नौ बजे रायबरेली रेलवे स्टेशन पहुंचे थे। यहां पहले हवन पूजन हुआ। इसके बाद उन्होंने करीब 70 करोड़ की लागत से ऊर्जीकृत हुईं लाइनों का निरीक्षण शुरू किया। दरियापुर रेलवे स्टेशन तक तो वे ट्रॉलियों के सहारे ही गए। इस दौरान बरगद चौराहा, सई नदी पुल समेत अन्य कई स्थानों पर रुककर विभिन्न प्वाइंटों पर बारीकी से पड़ताल की।
लक्ष्मणपुर में पॉवर स्टेशन का किया उद्घाटन
सीआरएस ने दरियापुर से ऊंचाहार तक स्पेशल ट्रेन से निरीक्षण किया। इसी बीच जहां जरूरत समझी, वहां ट्रेन रोककर उतरे और जगह-जगह लाइन व ट्रैक का जायजा लिया। लक्ष्मणपुर स्टेशन पर बने पॉवर स्टेशन का उद्घाटन किया। उनकी ट्रेन ऊंचाहार से फिर वापस दरियापुर पहुंची। यहां से डलमऊ रेलखंड को देखने चले गए। वहां से फिर स्पेशल ट्रेन से ही वापस रायबरेली आए और यहां से लखनऊ के लिए रवाना हो गए।
डलमऊ में नहीं उतरे आयुक्त, ग्रामीणों का प्रदर्शन
देर शाम डलमऊ पहुंचे सीआरएस अपनी स्पेशल ट्रेन से नीचे नहीं उतरे। यहां भी पूजन का कार्यक्रम होना था। दूसरे अफसरों ने पूजन किया। यहां किसान नेता संतोष जनसेवक समेत अन्य ग्रामीण अपनी मांग लेकर आए थे। वे दीनगंज बाजार के निकट रेलवे क्रॉसिग को बंद किए जाने से नाराज थे। ग्रामीणों ने प्रदर्शन कर अपना आक्रोश जताया। अफसरों ने किसी तरह सभी को समझाबुझाकर शांत किया।
ये भी रहे मौजूद
इस दौरान डीआरएम संजय त्रिपाठी, प्रिसिपल चीफ इंजीनियर प्रमोद कुमार, आरवीएनएल के प्रधान निदेशक डीसी पांडेय, मुख्य परियोजना प्रबंधक निश्चल श्रीवास्तव, प्रबंधक रामराज, जेएन मिश्र, कार्यदायी संस्था के उपाध्यक्ष इंद्रजीत कुमार, परियोजना प्रबंधक कफील अख्तर रिजवी, प्रबंधक अनुभव जैन, लवी सक्सेना उप प्रबंधक आदि मौजूद।