गोरखपुर। रेल मंत्री सुरेश प्रभाकर प्रभु ने रविवार को जहां गोरखपुर से सीवान के लिए पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन और गोरखपुर-मुंबई के बीच एलटीटी एक्सप्रेस के रूप में एक और ट्रेन को हरी झंडी दिखाई, वहीं सालों से बंद डीजल लोकोमोटिव कारखाने को शुरू करने का भरोसा भी दिया।
रविवार को रेलवे स्टेशन पर नई ट्रेनों के साथ एस्केलेटर, फुट ओवर ब्रिज के उद्घाटन के बाद संवाददाताओं से बातचीत में रेल मंत्री ने साप्ताहिक ट्रेन के तौर पर तय हुई एलटीटी एक्सप्रेस को हफ्ते में दो दिन चलाने का एलान किया। साथ ही भरोसा दिया कि सांसद महंत आदित्यनाथ की मांगों में मुख्य गोरखपुर लोको कारखाने को फिर चलाने की दिशा में काम होगा। कहा कि इसके लिए रेलवे बोर्ड के माध्यम से...
more... प्रस्ताव मंगवाया है। कारखाना चलने से रोजगार की संभावनाएं बढ़ेंगी तो रेल इंजनों के रखखाव के संसाधन। गोरखपुर सहित देश के 400 स्टेशनों पर पीपीपी मोड के तहत यात्री सुविधाएं बढ़ाई जाएंगी। ऐतिहासिक महत्व देखते हुए चौरीचौरा स्टेशन का विकास कराया जाएगा, जबकि सहजनवां-दोहरीघाट रेलखंड पर काम के प्रस्ताव को भी जल्द रफ्तार दी जाएगी।
रेल मंत्री रेलमंत्री ने गोरखपुर से नई दिल्ली तक राजधानी एक्सप्रेस की तर्ज पर तेज रफ्तार ट्रेन चलाने, मार्च तक लखनऊ-छपरा के बीच भी इलेक्ट्रिक ट्रेन का माहौल तैयार कर लेने की योजना बताते हुए कहा कि मुगलसराय में नया पुल तैयार हो रहा है, जिसके पूरा होते ही कोलकाता जाने में करीब छह घंटे बचेंगे। इससे गोरखपुर-कोलकाता के बीच तेज ट्रेन की मांग आसानी से पूरी हो सकेगी।
इससे पूर्व उद्घाटन समारोह में रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि आजादी के बाद से रेल का नेटवर्क दो गुना बढ़ा और यात्रियों की संख्या 16 गुना। अभी पूरा ध्यान ढांचागत विकास पर है, जिसके बेहतर परिणाम आएंगे। सांसद महंत आदित्यनाथ ने गोरखपुर में रेल मंडल मुख्यालय की स्थापना को बड़ी जरूरत बताया। कहा कि इससे विकास में तेजी के साथ रेल स्टाफ की विभागीय काम से वाराणसी, लखनऊ की दौड़ बचेगी। सांसद कमलेश पासवान, जगदंबिका पाल, पंकज चौधरी, मेयर डॉ सत्या पांडेय, विधायक डॉ आरएमडी अग्रवाल, संत प्रसाद, एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह मौजूद थे। एनईआर के महाप्रबंधक राजीव मिश्र ने स्वागत किया।
गोरखधाम की स्पीड बढ़ेगी
रेलमंत्री ने कहा कि इस साल के अंत तक गोरखधाम एक्सप्रेस मेें एलएचबी कोच लगा दिए जाएंगे, इसके बाद ट्रेन की रफ्तार और तेज हो जाएगी। साथ ही यात्रियों का सफर आरामदायक होगा।
रेल मंत्री की घोषणाएं
गोरखपुर सहित चार सौ स्टेशनों पर चमकेगी क्षेत्र की सांस्कृतिक विरासत
गोरखपुर। रेल मंत्री के मुताबिक रेलवे स्टेशनों को उस इलाके की सांस्कृतिक विरासत से जोड़ने की योजना पर काम चल रहा है। उस क्षेत्र की सांस्कृतिक छाप स्टेशन की इमारत और माहौल में झलकाने की योजना है। इसके लिए गोरखपुर सहित देश के 400 स्टेशन चुने गए हैं।
गोरखपुर से पहली इलेक्ट्रिक ट्रेन चली, लोको कारखाना चलने की उम्मीद जगी
• बढ़नी होकर लखनऊ तक चलेगी इंटरसिटी
• कोलकाता के लिए सुपरफास्ट ट्रेन चलेगी
• मार्च तक छपरा से लखनऊ तक इलेक्ट्रिक ट्रेन
• रेलवे अस्पताल में मशीनें और कर्मचारी बढ़ेंगे
• चौरीचौरा रेलवे स्टेशन को विकसित करेंगे