ग्वालियर महानगर में रियासत कालीन नैरोगेज ट्रेन की विरासत को हेरिटेज टूरिस्ट ट्रेन के रूप में सहेजने के लिए केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रेल मंत्री को पत्र लिखा है। सबसे पहले तो उन्होंने इस ऐतिहासिक ट्रेन के कोच व इंजन की नीलामी पर रोक लगाने के लिए कहा है। इसके बाद मांग की है कि इस ऐतिहासिक ट्रेन के जरिए पर्यटन को बढ़ावा दिया जा सकता है। पिछले कुछ सालों से सिंधिया लगातार ग्वालियर-चंबल अंचल के लिए पर्यटन प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं।
ग्वालियर महानगर में रियायत कालीन नैरोगेज ट्रेन की विरासत संरक्षित रहे और शहर के लोगों को परिवहन सुविधा एवं देश- विदेश से आने वाले पर्यटकों को पर्यटन की दृष्टि से भी इसका लाभ मिल सके, इसके लिए...
more... भारत सरकार के नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पिछले काफी समय से प्रयासरत हैं। इसी क्रम में पूर्व में भी सिंधिया ने ग्वालियर नगर में मेट्रों ट्रैन या टूरिज्म डिपार्टमेंट के माध्यम से नगर के पुराने नैरोगेज ट्रैक पर हेरिटेज ट्रेन चलाने के लिए योजना तैयार करने की मांग की थी, जिसके बाद मध्यप्रदेश मेट्रो रेल कारपोरेशन फिजियाबिल्टी स्टडी करने के लिए भेजा है, जिसका कार्य प्रगति पर है, इस उद्देश्य से केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के सहयोग से अभी शहर का कंपरेन्सिव मोबिलिटी प्लान बनाने का कार्य भी प्रगति पर है, जो कि आगामी 4 महीने में पूरा हो जाएगा, जिसके आधार पर ग्वालियर नगर में नैरोगेज हैरिटेज ट्रैन एवम मेट्रो ट्रेन आदि के संचालन के लिए उपयुक्त ट्रेनों का चयन किया जाएगा।नीलामी रोकने की कही बातकेन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि ग्वालियर नगर में प्रस्तावित हेरिटेज ट्रैन या मेट्रों ट्रेन के विषय मे जब तक अंतिम निर्णय नही हो जाता है तब तक इन कोचों की नीलामी न की जाए, यदि उक्त संदर्भ में सकारात्मक निर्णय होता है तो उक्त कोचों एवं रेल इंजन की जरुरत पड़ेगी, इसलिए इस नीलामी प्रक्रिया को अविलंब रोका जाना आवश्यक है।